वो अस्सी साल की आंखें आज भी बेहद खूबसूरत लग रही थी। वो अस्सी साल की आंखें आज भी बेहद खूबसूरत लग रही थी।
मैं और मयंक आगे बढ़ गए मैं और मयंक आगे बढ़ गए
इस लोकतांत्रिक देश में बंदी प्रत्यक्षीकरण का अधिकार है इस लोकतांत्रिक देश में बंदी प्रत्यक्षीकरण का अधिकार है
कुछ बोल मेरे जिंदगी के लिये हैं, हम हमेशा खुश राहना चाहते हैं ! कुछ बोल मेरे जिंदगी के लिये हैं, हम हमेशा खुश राहना चाहते हैं !
मेरी हिंदी उन्हें काफी अच्छी लगी थी, मुंबई की आम बोलचाल हिंदी की अपेक्षा गृहस्वामी बोले-तुम पढ़ाई क्... मेरी हिंदी उन्हें काफी अच्छी लगी थी, मुंबई की आम बोलचाल हिंदी की अपेक्षा गृहस्वा...
हर औरत के नसीब में यही लिखा है शायद... प्रताड़ना -शारीरिक या मानसिक। हर औरत के नसीब में यही लिखा है शायद... प्रताड़ना -शारीरिक या मानसिक।